Aaj ke Vrat evam Muhurat: 8 नवंबर 2025 आज का पंचांग: व्रत, शुभ मुहूर्त, योग, तिथि और पूजा विधि जानें

Aaj ke Vrat evam Muhurat-aaj-ka-panchang
Aaj ke Vrat evam Muhurat-aaj-ka-panchang

Aaj ke Vrat evam Muhurat: हर दिन हिन्दू पंचांग में विशेष महत्व रखता है — कोई न कोई व्रत, त्योहार या शुभ मुहूर्त हमारे जीवन से जुड़ा होता है। sursarita.in (धर्म कथा गंगा) के इस पेज पर आपको प्रतिदिन के व्रत, पूजा, सूर्योदय-सूर्यास्त, तिथि, नक्षत्र और आज के शुभ मुहूर्त की सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी।

इस पेज को रोज़ अपडेट किया जाता है ताकि आप सही समय पर पूजा, यात्रा या शुभ कार्य आरंभ कर सकें।

🔶 आज का पंचांग – आज की तिथि व जानकारी | Aaj ke Vrat evam Muhurat

आज का पंचांग:  हर दिन हिंदू पंचांग में अपना एक विशेष महत्व रखता है — किसी दिन व्रत होता है, किसी दिन त्योहार या कोई शुभ मुहूर्त हमारे जीवन को प्रभावित करता है। sursarita.in (धर्म कथा गंगा) के इस पेज पर आपको प्रतिदिन के व्रत, पूजा, सूर्योदय–सूर्यास्त, तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त की संपूर्ण और सटीक जानकारी मिलती है।

यह पेज प्रतिदिन अपडेट किया जाता है ताकि आप सही समय पर पूजा, यात्रा या किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत आसानी से कर सकें।

आज का पंचांग – आज की तिथि व जानकारी | Aaj ke Vrat evam Muhurat

🪔 आज का पंचांग – 8 नवंबर 2025 (शनिवार)

स्थान: नई दिल्ली, भारत

📅 तिथि और दिन

  • हिन्दू माह: मार्गशीर्ष माह, कृष्ण पक्ष
  • तिथि: तृतीया – प्रातः 07:32 बजे तक, उसके बाद चतुर्थी – 04:25 बजे तक
  • वार: शनिवार
  • ऋतु: शरद / हेमंत (वैदिक: शरद, द्रिक: हेमंत)
  • विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
  • शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
  • मास अमांत: कार्तिक
  • मास पूर्णिमांत: मार्गशीर्ष

🌅 सूर्योदय और सूर्यास्त

  • सूर्योदय: प्रातः 06:40 बजे
  • सूर्यास्त: सायं 05:40 बजे

🌙 चंद्रमा और नक्षत्र

  • चंद्रमा: सुबह 11:14 बजे तक वृषभ राशि में, उसके बाद मिथुन राशि में संचार करेंगे
  • चन्द्रोदय: रात्रि 08:21 बजे
  • चन्द्रास्त: अगले दिन प्रातः 10:42 बजे
  • नक्षत्र: मृगशीर्षा – रात 10:02 बजे तक, उसके बाद आद्रा नक्षत्र

🕉️ योग और करण

योग: शिव योग – शाम 06:31 बजे तक, उसके बाद सिद्ध योग – अगले दिन 03:02 बजे तक
करण: विष्टि – 07:32 AM तक, बव – 05:55 PM तक, बालव – 04:26 AM तक, उसके बाद कौलव
पक्ष: कृष्ण पक्ष

🕓 राहुकाल और शुभ मुहूर्त

  • राहुकाल: 09:25 AM – 10:48 AM
  • गुलिक काल (कुलिक): 06:40 AM – 08:02 AM
  • यमगण्ड: 01:33 PM – 02:55 PM
  • दुर्मुहूर्त: 08:08 – 08:52 AM
  • वर्ज्यम्: 05:34 – 07:00 AM, 05:45 – 07:13 AM
  • अभिजीत मुहूर्त: 11:48 AM – 12:32 PM
  • अमृत काल: 02:08 PM – 03:34 PM
  • ब्रह्म मुहूर्त: 05:04 AM – 05:52 AM

(राहुकाल और दुर्मुहूर्त में कोई शुभ कार्य न करें।)

आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष तृतीया तिथि है। चंद्रमा वृषभ से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे जिससे बुद्धि, संवाद और व्यावसायिक दृष्टि से दिन शुभ रहेगा। शिव योग और सिद्ध योग के संयोग से यह दिन आध्यात्मिक साधना, व्रत और पूजा के लिए विशेष रूप से शुभ है।

🌕 आज के ग्रह और चंद्र योग (Graha aur Chandra Yog)

  • सूर्य: तुला राशि में
  • चंद्रमा: वृषभ → मिथुन राशि
  • आनन्दादि योग: वज्र योग – रात 10:02 बजे तक, उसके बाद मुद्गर योग
  • सर्वार्थसिद्धि योग: नहीं

आज ग्रहों की स्थिति स्थिरता, मनोबल और सफलता के संकेत दे रही है।

🌿 तिथि और करण विशेषता (Tithi aur Karan Visheshata)

तृतीया तिथि में सौंदर्य, प्रसाधन, व्यापार और नए प्रयासों के लिए शुभ समय माना गया है। बव करण लेन-देन, सौदे और वाणिज्य कार्यों के लिए श्रेष्ठ है। सिद्ध योग सभी कार्यों में सफलता प्रदान करता है।

🪔 धार्मिक महत्व (Dharmik Mahatva)

आज सौभाग्य सुंदरी तीज और संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत का पावन पर्व है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। स्त्रियों के लिए यह दिन सौभाग्य, सौंदर्य और पति की दीर्घायु के लिए विशेष फलदायी है।

🕰️ आज के शुभ मुहूर्त (Aaj ke Shubh Muhurat)

कार्य                           शुभ समय(मुहूर्त)
पूजा / व्रत / दान प्रातः   06:40 – 09:00 बजे
गृह कार्य प्रारंभ प्रातः     09:30 – 11:30 बजे
यात्रा / शुभ आरंभ दोपहर 12:32 – 01:30 बजे

आज का विचार (Aaj Ka Vichar)

“जब जीवन में अनुशासन और श्रद्धा का संगम होता है, तब हर दिन एक नया उत्सव बन जाता है।”

🔶 संबंधित लेख:

  1. धन आता है लेकिन टिकता नहीं? हो सकता है ये 5 वास्तु दोष जिम्मेदार हों | पैसा कमते हैं पर रुकता नहीं, तो ये उपाय करें
  2. Manglik Dosh: मांगलिक दोष क्या है? शादी पर इसका क्या असर पड़ता है? मंगल दोष कारण, प्रभाव और समाधान
  3. मार्गशीर्ष महालक्ष्मी व्रत कथा व पूजा विधि, आरती सहित (मार्गशीर्ष गुरुवार व्रत कथा)
  4. यहाँ पढ़ें मार्गशीर्ष गुरुवार आरती – श्री महालक्ष्मी देवीची आरती एवं ॐ जय लक्ष्मी माता आरती
  5. भोजन मंत्र संस्कृत में | Bhojan Mantra in Sanskrit with Meaning and Benefits
  6. मंगलवार व्रत कथा (Mangalwar Vrat Katha): हनुमानजी करेंगे सभी कष्ट दूर – जानें व्रत की विधि, महत्व और आरती
  7. कार्तिक पूर्णिमा कब है? जानें शुभ मुहूर्त, तिथि, पूजा विधि और दान
  8. 04 या 05 नवंबर, कब है कार्तिक पूर्णिमा? यहां जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त
  9. शनिदेव के 5 चमत्कारी मंत्र, जो बदल देंगे भाग्य और जीवन की दिशा
  10. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के कष्ट दूर करने के 5 अचूक गुप्त उपाय
  11. 5 ऐसे कारण जिनसे कमाया हुआ पैसा कभी नहीं टिकता — असली वजहें जानिए
  12. जानिए घर में धन क्यों नहीं टिकता? लक्ष्मी जी को नाराज़ करने वाली 10 आदतें
  13. तुलसी माता की आरती पाठ, अर्थ व महत्व सहित
  14. शिव चालीसा पाठ | अर्थ व महत्व सहित – भगवान शिव की कृपा पाने का सर्वोत्तम उपाय
  15. कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत कथा, तिथि, मुहूर्त, विधि, व आरती सहित
  16. शिवजी की आरती: ओम जय शिव ओमकारा अर्थ सहित | भगवान शिव आरती पाठ, विधि एवं महत्व
  17. देवउठनी एकादशी 2025: 1 नवंबर या 2 नवंबर?
  18. कार्तिक शुक्ल पक्ष योगेश्वर द्वादशी व्रत कथा, पूजा विधि, पारण व शुभ मुहूर्त जानें
  19. रात में बर्तन झूठे क्यों नहीं छोड़ने चाहिए? जानिए लक्ष्मी जी का रहस्य
  20. अक्टूबर 2025 को है अक्षय नवमी – जानिए व्रत कथा, पूजन विधि और आंवले के पेड़ की पूजा का असली रहस्य
  21. शुक्रवार संतोषी माता व्रत कथा, आरती, विधि और मंत्र सहित संपूर्ण जानकारी
  22. Santoshi Mata Ki Aarti: जय संतोषी माता आरती, अर्थ एवं महत्व 
  23. देवउठनी एकादशी व्रत कथा 2025 | प्रबोधिनी एकादशी की पौराणिक कथा, तिथि, मुहूर्त और महत्व
  24. अब से रात को बर्तन मत धोना लक्ष्मी हो जायेंगी नाराज | क्या रात को बर्तन नहीं धोना चाहिए?
  25. रविवार व्रत की कथा, विधि, पूजन, मंत्र और आरती सहित | Sunday Vrat Katha
  26. सूर्य भगवान की आरती (रविवार व्रत आरती), अर्थ, महत्व और व्रत का लाभ
  27. शनिवार व्रत कथा, पूजा विधि और आरती: शनि देव को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ उपाय | Shaniwar Vrat Katha
  28. शनिवार व्रत आरती, अर्थ एवं महत्व सहित | Shanidev ki Aarti Lyrics
  29. Tulsi Vivah Ki Katha 2025: तुलसी विवाह की संपूर्ण कथा, पूजा विधि, मुहूर्त व आरती सहित
  30. बृहस्पतिवार व्रत कथा, महत्व, पूजा विधि एवं आरती सहित | Brihaspativar Vrat Katha
  31. श्री बृहस्पतिवार की आरती ॐ जय बृहस्पति देवा लिरिक्स अर्थ एवं महत्व | Brihasptivar Aarti Lyrics
  32. Top 10 Popular छठ पूजा गीत | Chhath Puja Ke Geet Lyrics in Hindi | छठी मैया भक्ति गीत 2025
  33. रात को झाड़ू लगाने से क्यों रूठ जाती हैं लक्ष्मी जी? असली कारण जानिए

“धर्म और समय – दोनों का मेल ही जीवन को सफल बनाता है। प्रतिदिन इस पेज पर लौटें और अपने दिन की शुरुआत करें सही मुहूर्त से।

आज का पंचांग, Aaj ke Vrat evam Muhurat, aaj ke muhurat, today muhurat, aaj ke vrat, aaj ke tyohaar, hindu panchang today, aaj ka rahukal, aaj ka shubh samay, today hindu calendar, sursarita muhurat, dharmik muhurat, daily hindu muhurat, aaj kya vrat hai, aaj ka puja samay

Picture of पवन शास्त्री, साहित्याचार्य (M.A.) - Author

पवन शास्त्री, साहित्याचार्य (M.A.) - Author

भारतीय धर्म, पुराण, ज्योतिष और आध्यात्मिक ज्ञान के शोधकर्ता। Sursarita.in (धर्म कथा गंगा) पर वे सरल भाषा में धार्मिक कथाएँ, राशिफल, पञ्चांग और व्रत विधियाँ साझा करते हैं।

Share:

SUBSCRIBE

Loading

नए पाठ:

About Author

pawan shastri

Pawan Shastri

Pawan Shastri is an experienced music teacher and spiritual knowledge expert with 10 years of experience in harmonium, keyboard, singing, and classical music.

He holds an M.A. degree and is also a certified Jyotish Shastri (Astrology Expert). His articles and content aim to share devotional, musical, and spiritual knowledge in a simple, accurate, and emotionally engaging manner.

Pawan Shastri believes that the fusion of devotion in melody and wisdom in knowledge can bring peace, energy, and positivity to everyone’s life.